Posted by: डॉ. रमा द्विवेदी | अक्टूबर 25, 2011

दीये-सा जले -हाइकु

१- दीये -सा जले
मेहनत जो करे
समृद्धि आए |

२- अंधेरी रात
अकेला है जलता
माटी का दीया |

३- रंगोली सजी
हर देहरी द्वार
दीपों के साथ

४- स्नेह का दीप
खुशियों से भरता
घर-आँगन |

५- जिस घर में
होता स्त्री का सम्मान
लक्ष्मी का वास |

६- लक्ष्मी की पूजा
करता दरिद्र भी
लक्ष्मी न आए |

७- अनार जले
सावधानी बरते
बच्चे न जले |

८- मंगलमय
सुख -समृद्धि -यश
लक्ष्मी के वश |

९- सब हो सुखी
सब होवें समृद्ध
झगड़ा ख़त्म |

१०- पटाखे जले
राकेट बम छोड़े
होड़ लगाएं |

११- घर-महल
उजास ही उजास
दीवाली – रात |

डा. रमा द्विवेदी
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प्रतिक्रियाएँ

  1. सुन्दर और भावपूर्ण………
    आई दीवाली
    जगमग रौशन
    घर आँगन
    आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें !
    हरदीप


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