दो चिंतक आपस में बात कर रहे थे | एक चिंतक ने कहा आज मैंने एक विडिओ देखा , जो इस प्रकार है –
एक भारतीय संभ्रांत परिवार `बाली’ (इंडोनेशिया ) के पांच सितारा होटल में ठहरा और चेक आउट के समय होटल की सारी सुविधा की वस्तुएं जैसे साबुनदानी ,स्प्रे ,साबुन, शैम्पू , तौलिया ,मॉइस्चराइजर बोटल आदि -आदि सूटकेस में छुपा लिए ,जब सिक्योरिटी चेकिंग हुई तब सारी वस्तुएं निकली तब होटल वालों ने वीडिओ बनाकर भारतीय लोगों की मानसिकता का लाइव टेलीकॉस्ट दिखाया |
“तब परिवार के सदस्य कहने लगे प्लीज इस तरह तमाशा मत दिखाइए हम इन सब वस्तुओं की कीमत चुका देंगे ,चाहे इनकी कीमत पचास लाख ही क्यों न हो ”? होटल वालों ने उनकी एक बात भी न सुनी और बुरी तरह से अपमानित किया |
दूसरे चिंतक ने कहा – “ पचास लाख देने की ही औकात थी तो ये सब चीजें चुराई ही क्यों ? ऐसी ही घटिया मानसिकता के लोग देश की छबि मिट्टी में मिलाते हैं”|
पहले चिंतक ने बड़े क्षोभपूर्वक कहा -“ धिक्कार है ऐसी मानसिकता पर जो देश की इज्जत का भी ध्यान नहीं रखते ”|
** डॉ. रमा द्विवेदी **
आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन विराट व्यक्तित्व नेता जी की रहस्यगाथा : ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है…. आपके सादर संज्ञान की प्रतीक्षा रहेगी….. आभार…
By: राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगर on अगस्त 18, 2019
at 11:29 अपराह्न